Tuesday, 5 August 2014

हीर की तकदीर

                 हीर की तकदीर 
वो कमसिन नाजुक सी अति सुन्दर लड़की जिस ने एक हम उम्र भोली सी सूरत 
वाले लड़के से प्यार किया ओर उसे दिलो-जान से चाहने लगी 
               जवानी के गरूर में प्यार के हसीन सपने बुनने लगी प्यारी सी हसीन 
जिंदगी जीने का खूबसूरत ख्वाब उसके दिल में पलने लगा उसने अपने प्रेमी के 
संग जिंदगी भर जीने का खाका तैयार कर लिया 
               एक दिन उसके प्रेमी ने उसे अपने घर बुलाया 
                       वो सपनो की गठड़ी सिर पे रखे अपने प्रेमी से मिलने उस के घर चली 
गई 
     वहा क्या हुआ इस का जिक्र ज्यादा नही करता हुआ बस यही बताता हूँ 
             वहाँ उस के प्रेमी वा उस के चार-पांच दोस्तों ने उस के साथ दिन भर संभोग 
किया बस आगे क्या लिखू बस 
        राजीव अर्पण 
      

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